शीर्षक:होली के रंग
काश कुछ यूँ
हो जाये
तू आये
और होली का रंग
सबसे पहले
लगा जाए
काश कुछ यूँ
हो जाये
तू पास हो मेरे
महक उठे
होली की चमक
मेरे चेहरे पर
काश कुछ यूँ
हो जाये
नूर तेरे रंगों का
दिखे मेरी वीरान
सी जिंदगी में
रंगीन बन कर
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद