शीर्षक:टीस पापा के जाने की
शीर्षक: टीस पापा के जाने की
आपकी बातें आपका प्यार
आपकी यादे,अतुलनीय उपहार मेरे लिए
जब कभी आपकी याद सताती हैं तो बस
इन्ही सब के सहारे उभर पाती हूँ मैं
अपने आप न जाने हिम्मत सी आती हैं
कभी टीस तो असहनीय सी पीड़ा मुझे
दर्द दे जाती हैं और एक बेचैनी सी रह जाती हैं
आपके होने का अनुभव मुझे अभी भी होता हैं
लगता हैं आप साथ ही तो है मेरे
मिल जाता एक सुकून सा उस पल उस क्षण
मैंने अनुभव किया कि आप आते हैं करीब मेरे
जब भी मैं होती हूँ दुखी या उदास
खुशी के पलों में भी तो आपकी याद आती हैं
लगता हैं आप होते हो आज खुश होते खुशी में मेरी
याद दिलाती हैं आपकी तस्वीर आज भी पुरानी यादे
पुरानी बातें,वही प्यार दुलार वही डाँट गुस्सा भी
उन्हीं पलों को याद कर आज जीती हूँ
और खुद को खोई सी पाती हूँ उस समय आप मे
टीस आपके जाने की हर पल कचोटती हैं
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद