शीर्षक:क्या जानते हो पापा.?
शीर्षक:क्या जानते हो पापा.?
क्या जानते हो पापा..?
शिकायतें बहुत है करनी है आपसे
क्योंकि आपके अलावा किसी ने
जाना ही नही रह तक मुझे।
क्या जानते हो पापा..?
बहुत से सवाल करने है आपसे
जबाब मुझे कठिन लग रहा है
आप हल कर पाएगी पता है मुझे।
क्या जानते हो पापा..?
आप चुपके से छोड़ निकल गए
पता था आपको सह नही पाऊंगी
अब तो गम में जीवन बिताना है मुझे।
क्या जानते हो पापा..?
बहुत अनकही बातें कहनी हैं आपसे
स्वप्न में ही सही आकर
हल कर जाओगे पता है मुझे।
क्या जानते हो पापा..?
आंखों में आंसू आओ देख नही पाते थे
तभी धीरे से चले गए आप
पता था ना आपको रह नही पाऊंगी
फिर क्यों तड़फता छोड़ गए मुझे।
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद