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27 Sep 2022 · 1 min read

शीर्षक:इजहार

भिगोकर खून में मैंने
लेखनी से प्यार लिखा है !
तेरे इश्क में खोकर खुद को
खुला इज़हार लिखा है!!

भले अंज़ाम कुछ भी हो
नही परवाह अब मुझको !
ऐ मेरी जान ए जाना मैंने तो
सदा ही ऐतबार लिखा है !!

आकर देख ले एक बार
कलम से प्यार लिखा हैं!
बड़ा निडर होकर के
मंजु ने इश्क का इजहार लिखा हैं!!

Language: Hindi
1 Like · 51 Views
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