शीत लहर का कहर
शीत लहर का असर दिख रहा
सूरज कुहरे की जंग हो रही।
सूरज की देख आंख मिचौली
प्रकृति भी सारी दंग हो रही
शीतलता अब कहर बन रहा
दूर आज उमंग हो रही
छिपकर घर मे सब बैठे है
चाय पकौडी रंग हो रही।
सूरज कुहरे की जंग हो रही
प्रकृति भी सारी दंग हो रही।
कुहरा धुंध कुहासा घेरा
धरती अब बेरंग हो रही।
विन्ध्यप्रकाश मिश्र विप्र