शिव (कुंडलिया)
शिव (कुंडलिया)
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गाते जिनको देवगण ,गाता सकल समाज
चंद्रभाल कैलाशपति ,अखिल विश्व पर राज
अखिल विश्व पर राज ,जटा में गंगा लाए
सहा जाह्नवी वेग , कंठ ले विष हर्षाए
कहते रवि कविराय , आप को भोले भाते
जिनके मन निष्काम ,धन्य हो शिव को गाते
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चंद्रभाल = जिनके मस्तक पर चंद्रमा हो ,शिव
कैलाशपति = कैलाश पर्वत पर रहने वाले स्वामी ,शिव
जाह्नवी = गंगा
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451