Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

*शिवजी का धनुष (कुंडलिया)*

शिवजी का धनुष (कुंडलिया)

तोड़ा शिवजी का धनुष,भारी-भरकम एक
चकित रह गए देखकर, राजा खड़े अनेक
राजा खड़े अनेक, सहज यह क्या कर डाला
धन्य-धन्य तुम राम, विजेता वर-जयमाला
कहते रवि कविराय, दुखी क्षण ऐसे मोड़ा
हर्षित हुए विदेह, शोक सब उनका तोड़ा

रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 99976 15451

347 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

An Evening
An Evening
goutam shaw
बचपन के दिन...
बचपन के दिन...
जगदीश लववंशी
जब तक हम जिंदा यहाँ पर रहेंगे
जब तक हम जिंदा यहाँ पर रहेंगे
gurudeenverma198
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
Keshav kishor Kumar
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Dr.Pratibha Prakash
** जिंदगी  मे नहीं शिकायत है **
** जिंदगी मे नहीं शिकायत है **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इक ज़माना हो जाता है …
इक ज़माना हो जाता है …
sushil sarna
Superstar in Aquarium
Superstar in Aquarium
Deep Shikha
****माता रानी आई****
****माता रानी आई****
Kavita Chouhan
कोई मिलता है
कोई मिलता है
shabina. Naaz
आइए चलें भीड़तंत्र से लोकतंत्र की ओर
आइए चलें भीड़तंत्र से लोकतंत्र की ओर
Nitin Kulkarni
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियाँ और संभावनाएं
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियाँ और संभावनाएं
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
2953.*पूर्णिका*
2953.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Just do it
Just do it
Deepali Kalra
ख्वाब
ख्वाब
Dinesh Kumar Gangwar
पुण्य स्मरण: 18 जून2008 को मुरादाबाद में आयोजित पारिवारिक सम
पुण्य स्मरण: 18 जून2008 को मुरादाबाद में आयोजित पारिवारिक सम
Ravi Prakash
कमल सा मुखढा तेरा
कमल सा मुखढा तेरा
Dhanishta Bharti
हाइकु - डी के निवातिया
हाइकु - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
नक़ली असली चेहरा
नक़ली असली चेहरा
Dr. Rajeev Jain
मातृशक्ति को नमन
मातृशक्ति को नमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रेम.....
प्रेम.....
शेखर सिंह
नाकाम किस्मत( कविता)
नाकाम किस्मत( कविता)
Monika Yadav (Rachina)
"सितम के आशियाने"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या मजहब के इशारे का
क्या मजहब के इशारे का
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
मायूसियों से भरे चेहरे...!!!!
मायूसियों से भरे चेहरे...!!!!
Jyoti Khari
शरारती निगाह में वही हँसी खुमार है।
शरारती निगाह में वही हँसी खुमार है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
धारा
धारा
Shyam Sundar Subramanian
प्रशंसा
प्रशंसा
Dr fauzia Naseem shad
लिखूंगा तो...?
लिखूंगा तो...?
Suryakant Dwivedi
Loading...