Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Apr 2024 · 1 min read

शिद्दत से की गई मोहब्बत

शिद्दत से की गई मोहब्बत
आसानी से नहीं मिलती
और जो आसानी से मिल जाती है
वह ज्यादा दिन नहीं टिकती।

2 Likes · 112 Views

You may also like these posts

चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
आंखों में ख़्वाब है न कोई दास्ताँ है अब
आंखों में ख़्वाब है न कोई दास्ताँ है अब
Sarfaraz Ahmed Aasee
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बायीं करवट
बायीं करवट
sheema anmol
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
आजकल गजब का खेल चल रहा है
आजकल गजब का खेल चल रहा है
Harminder Kaur
काशी
काशी
Mamta Rani
तुम जो मिले तो
तुम जो मिले तो
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
🌹जिन्दगी🌹
🌹जिन्दगी🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
I got forever addicted.
I got forever addicted.
Manisha Manjari
गजानन तुमको करूॅं नमन
गजानन तुमको करूॅं नमन
श्रीकृष्ण शुक्ल
टूटा दिल शायर तो ज़रूर बना,
टूटा दिल शायर तो ज़रूर बना,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
- जिंदगी में राहगीर तुझको जिए जाना है -
- जिंदगी में राहगीर तुझको जिए जाना है -
bharat gehlot
“बधाई और शुभकामना”
“बधाई और शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
" गुमान "
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे भी
मुझे भी "याद" रखना,, जब लिखो "तारीफ " वफ़ा की.
Ranjeet kumar patre
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
ओसमणी साहू 'ओश'
चैन भी उनके बिना आता कहाँ।
चैन भी उनके बिना आता कहाँ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
जगदीश शर्मा सहज
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
Umender kumar
Love love and love
Love love and love
Aditya Prakash
3097.*पूर्णिका*
3097.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
काफी हाउस
काफी हाउस
sushil sarna
ऐसा लगता है
ऐसा लगता है
Shekhar Chandra Mitra
अपना सकल जमीर
अपना सकल जमीर
RAMESH SHARMA
Tum meri kalam ka lekh nahi ,
Tum meri kalam ka lekh nahi ,
Sakshi Tripathi
Loading...