शिक्षा
गीत
शिक्षा का वट वृक्ष उगाकर
जीवन सफल बनाएंगे।
विद्याधन सब धन से बढ़कर
हम सबको समझाएंगे।
शिक्षा की जब हवा चले तो
तम की बदली छँट जाए।
शिक्षा सुख की एक झलक से
दारुण दुख सब कट जाए।
पथ आलोकित हो शिक्षा से
घर-घर अलख जगाएंगे।
शिक्षा-औषधि दूर करेगी
जीवन की बीमारी को।
शिक्षा ही सुरभित करती है
मानवता की क्यारी को।
चन्द्र-सूर्य सम शिक्षा से नित
अम्बर-जग चमकाएंगे।
डॉ० छोटेलाल सिंह ‘मनमीत’