Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2020 · 1 min read

” शिकायत “

सबको है मुझसे शिकायत ,
मैं किस से कहूं अपनी शिकायत ?
कोई तो हो जिसे मुझसे कोई ना हो शिकायत ।

किसी को सुप्रभात नहीं कहां तो ,
दर्ज हुई मेरी पहली शिकायत ।

किसी की शादी की वर्षगांठ भूल गई तो ,
दर्ज हुई मेरी अगली शिकायत ।

किसी के झूठ में साथ ना दिया तो ,
दर्ज हुई मेरी अगली शिकायत ।

किसी के साथ घूमने ना गई तो ,
दर्ज हुई मेरी अगली शिकायत ।

किसी के जन्मदिन पर ना दी बधाई तो ,
दर्ज हुई मेरी अगली शिकायत ।

किसी को रूपए ना दिए तो ,
दर्ज हुई मेरी अगली शिकायत ।

किसी की गलती पर उंगुली उठाई तो ,
अधर्मी मैं कहलाई ।
दर्ज हुई फिर मेरी अगली शिकायत ।।

किसी के घर ना जा पाई तो ,
घमंडी मैं कहलाई ।
दर्ज हुई फिर मेरी अगली शिकायत ।।

अपने हृदय की बात कही तो ,
मतलबी मैं कहलाई ।
दर्ज हुई फिर मेरी अगली शिकायत ।।

किसी को उपहार नहीं दिया तो ,
कंजूस मैं कहलाई ।
दर्ज हुई फिर मेरी अगली शिकायत ।।

सबकी है अपनी अपनी शिकायत ,
जिसे देखो उसे है मुझसे शिकायत ।
कब होगी ना जाने हमारी रिहायत ,
ना जाने कब खत्म होगी ये शिकायत ।।

? धन्यवाद ?

✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली

Language: Hindi
1 Like · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ज्योति
View all
You may also like:
प्रेम अटूट है
प्रेम अटूट है
Dr. Kishan tandon kranti
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
कवि रमेशराज
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक समीक्षा* दिनांक 5 अप्रैल
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक समीक्षा* दिनांक 5 अप्रैल
Ravi Prakash
परिवार के लिए
परिवार के लिए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हाथ कंगन को आरसी क्या
हाथ कंगन को आरसी क्या
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये प्यार की है बातें, सुनलों जरा सुनाउँ !
ये प्यार की है बातें, सुनलों जरा सुनाउँ !
DrLakshman Jha Parimal
जब से देखा है तुमको
जब से देखा है तुमको
Ram Krishan Rastogi
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
पूर्वार्थ
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
बुंदेली दोहा- चिलकत
बुंदेली दोहा- चिलकत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जंजीर
जंजीर
AJAY AMITABH SUMAN
शायद वो खत तूने बिना पढ़े ही जलाया होगा।।
शायद वो खत तूने बिना पढ़े ही जलाया होगा।।
★ IPS KAMAL THAKUR ★
पके फलों के रूपों को देखें
पके फलों के रूपों को देखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
संत हृदय से मिले हो कभी
संत हृदय से मिले हो कभी
Damini Narayan Singh
जिंदगी की कहानी लिखने में
जिंदगी की कहानी लिखने में
Shweta Soni
सच ही सच
सच ही सच
Neeraj Agarwal
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
জীবন চলচ্চিত্রের একটি খালি রিল, যেখানে আমরা আমাদের ইচ্ছামত গ
জীবন চলচ্চিত্রের একটি খালি রিল, যেখানে আমরা আমাদের ইচ্ছামত গ
Sakhawat Jisan
दूर अब न रहो पास आया करो,
दूर अब न रहो पास आया करो,
Vindhya Prakash Mishra
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
Raju Gajbhiye
"ख़्वाब को लेना नहीं कुछ नींद से या रात से।
*Author प्रणय प्रभात*
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सत्य कुमार प्रेमी
अजनबी जैसा हमसे
अजनबी जैसा हमसे
Dr fauzia Naseem shad
"दोस्ती के लम्हे"
Ekta chitrangini
" नई चढ़ाई चढ़ना है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
,,,,,,,,,,,,?
,,,,,,,,,,,,?
शेखर सिंह
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
shabina. Naaz
Loading...