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31 May 2024 · 1 min read

शिकायत नही किसी से

शिकायत नही किसी से
खुद से ही शिकायत हैं

अपने लहजे से शिकायत है
अपने संस्कारों से शिकायत है
शिकायत है मेरे भोलेपन से
जो मैं आज के समाज से
जुड़ नही पाया

जुड़ नही पाया हूं पाप से
छल से या किसी दूषित पल से
बस शिकायत इसी बात से
जो में ये कर नही पता हूं
खुद छल का शिकार हो जाता हूं
पर किसी का शिकार कर नही पाता हू

जुड़ना चाहता हैं ये मन
आज के रंग से
पर हृदय मैं सत्यता भरी ये बस
सत्वकिता को अपनाता

शिकायत मुझे खुद से है
जो मैं जुड़ नही पाता

Language: Hindi
2 Likes · 24 Views
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