शाश्वत, सत्य, सनातन राम
शाश्वत, सत्य, सनातन राम
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शुभ मुहूर्त पावन सुख धाम,
आयेंगे मंदिर में राम।
सुंदर सदन सुमंगल धाम,
प्राण प्रतिष्ठित होंगे राम।
श्री राम जय राम जय जय राम।
श्री राम जय राम जय जय राम।
चतुर्दिशाओं की हलचल में,
सरजू के जल की कल कल में,
मंदिर मंदिर घाट घाट में,
भक्तों के मन में प्रति पल में,
गूँज रहा ये पावन नाम,
श्री राम जय राम जय जय राम।
अवधपुरी की शोभा न्यारी,
प्रमुदित हैं सारे नर नारी,
पलक पाँवड़े बिछा कर रहे,
स्वागत की अद्भुत तैयारी,
जिनकी शोभा ललित ललाम,
श्री राम जय राम जय जय राम।
घर घर में हिंदुत्व जगेगा,
अनहद राम नाम गूॅंजेगा,
अक्षत, रोली, चंदन के सॅंग,
रामलला का रूप सजेगा,
शाश्वत सत्य सनातन राम,
श्री राम जय राम जय जय राम।
घर घर मंगल दीप जलेंगे,
रंगोली से द्वार सजेंगे,
भक्ति भाव से टेर लगाओ,
राम ह्रदय में आन बसेंगे,
श्वास श्वास उच्चारे राम,
श्री राम जय राम जय जय राम।
अब माया में मत उलझाना,
राम राज्य स्थापित करना,
असुर वृत्ति मन से मिट जाए,
ऐसी कृपा सभी पर करना,
बसो ह्रदय में सबके राम
श्री राम जय राम जय जय राम।
मन मंदिर में राम बिठाएं,
ह्रदयों से विद्वेष मिटाएं,
राम सभी के सभी राम के,
ऐसे सबमें भाव जगाएं,
निर्मल मन से बोलो राम।
श्री राम जय राम जय जय राम।
नव
श्रीकृष्ण शुक्ल,
T – 5 / 1103,
आकाश रेजीडेंसी, मधुबनी के पीछे, कांठ रोड,
मुरादाबाद (उ.प्र.)
28.12.2023
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