शायरी
लूटने को तो जहान में कमी नहीं किसी की
बस इन्तेजार में रुकी हुई है यह दुनिया
उनका बस चले तो नोच लें बोटी बोटी
उन को परवाह नहीं,उनके लिए है
इसी काम की दुनिया !!
तेरे आंसूओं के सैलाब ने रोक ली राहें मेरी
नहीं तो गुजर जाती सारी कायनात साथ मेरे
तभी तो कहते हैं..चाहे कोई दिल से बुलाये या न बुलाये
बस यह ऑंखें बहा के आंसू, बुला ही लेती है यार मेरे !!
अजीत