शांति युद्ध
एक विचार
जन्मता है
उसका
पालन पोषण
वातावरण
करता है
उसको
आदत व्यवहार
मस्तिष्क
बनाता है
मन विचारों को
डर इच्छा,
महत्वाकांक्षा को
अहंकार में
बदलता है
और फिर
आरंभ होता है
संतुलन का
नाटक
जिसमें
युद्ध शांति स्थापना
के लिए
या
शांति का चरम
युद्ध का
आरंभ बन
जाता है |