Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Sep 2023 · 1 min read

“शब्द बोलते हैं”

“शब्द बोलते हैं”
मौत अटल है, तय है
वो एक दिन आएगी ही
मत बैठ चुप
मत बैठ शान्त
तू कलम उठा
लिख…जरूर लिख
क्योंकि शब्द बोलते हैं
बोलते रहेंगे… सदा ही।

16 Likes · 10 Comments · 404 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
Dr fauzia Naseem shad
इश्क समंदर
इश्क समंदर
Neelam Sharma
सब दिन होत न समान
सब दिन होत न समान
manorath maharaj
I KNOW ...
I KNOW ...
SURYA PRAKASH SHARMA
शु
शु
*प्रणय*
कविता
कविता
Shweta Soni
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
VINOD CHAUHAN
बारिश की बूंदों ने।
बारिश की बूंदों ने।
Taj Mohammad
*अच्छे बच्चे (बाल कविता)*
*अच्छे बच्चे (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*Solace*
*Solace*
Veneeta Narula
सत्य का दीप सदा जलता है
सत्य का दीप सदा जलता है
पं अंजू पांडेय अश्रु
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
मेरे घर के दरवाजे
मेरे घर के दरवाजे
Minal Aggarwal
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
Sandeep Kumar
" तरीका "
Dr. Kishan tandon kranti
सोना ठीक है क्या
सोना ठीक है क्या
Ashwani Kumar
कविता की महत्ता।
कविता की महत्ता।
Rj Anand Prajapati
हर  तरफ  बेरोजगारी के  बहुत किस्से  मिले
हर तरफ बेरोजगारी के बहुत किस्से मिले
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
guru saxena
Dost
Dost
Rambali Mishra
अजन्मी बेटी का प्रश्न!
अजन्मी बेटी का प्रश्न!
Anamika Singh
Go88
Go88
Go88 - Địa Chỉ Tin Cậy Cho Các Tín Đồ Casino Tại Châu Á
★
पूर्वार्थ
4340.*पूर्णिका*
4340.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सीखो मिलकर रहना
सीखो मिलकर रहना
gurudeenverma198
गुरु से बडा ना कोय🙏
गुरु से बडा ना कोय🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मीडिया, सोशल मीडिया से दूरी
मीडिया, सोशल मीडिया से दूरी
Sonam Puneet Dubey
सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्
सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्
Sanjay ' शून्य'
Loading...