शब्द और दबाव / मुसाफ़िर बैठा
मौसम की नमी से
मरते नहीं हैं शब्द
बल्कि दब जाते हैं
दबे रहने पर भी
जान बची रह सकती है
दबे की जिजीविषा
मायने रखती है।
मौसम की नमी से
मरते नहीं हैं शब्द
बल्कि दब जाते हैं
दबे रहने पर भी
जान बची रह सकती है
दबे की जिजीविषा
मायने रखती है।