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6 Apr 2024 · 1 min read

“शख्सियत”

“शख्सियत”
तेरी शख्सियत ही
क्या ग़ज़ब की दिखी,
रात-रात भर सारी
महफ़िल यूँ ही महकती रही।

3 Likes · 3 Comments · 91 Views
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