वो मेरा हाल पूछ जाता है
मैं नही कहता के मुझे,
बहुत कुछ आता है ।
पर जितना भी आता है ,
दिल कह जाता है ।
छुपता नही मैं ,
जमाने की निग़ाह से ,
चेहरा मेरा ,
हाल बयां कर जाता है ।
रूठता हूँ अक्सर ,
खुद के वास्ते ,
यूँ अक्सर वो मेरा ,
हाल पूछ जाता है ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@…