Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2022 · 1 min read

वो पत्थर

हमारा पास है वो पत्थर

जिसे हम दिल पे रखते…है…

ये अपना हौसला है के देखो

हम हर दिन सवारते हैं।

तुम्हारी हर फरमोशी को…

हम बखूबी समझते हैं….

ये ऐसा दौर है जिसमे…

नहीं रिश्ते संभालते हैं……

तुम्हें क्या पास रिश्तो का

ये तो बस खेल है सब कुछ ……

जिन्हे एहसास होता है…

वो ही एहसास करते हैं…

किसी को बे इज्जत करना

तुम्हें तो खूब आता है

किसी के दिल पर क्या गुजरी…
कहा ये सोच सकते हैं…

पलटकर फिर नहीं आते

वो ऐसे लोग होते हैं…

वो तुम से कुछ नहीं

चाहते हैं।

ना कोई आस रखते है….

तुम्हारी रूह तक को

होगी तुम से किसी दिन खुद शिकायत….ये
के अपनों से कही
अपने ये बर्ताव करते ..

हमारे पास है वो पथर

जिसे हम दिल पर रखते हैं

ये अपना हौसला है देखो के

हम हर दिन सवारते हैं

ShabinaZ

……✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️

शबीनाज़ी

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 336 Views
Books from shabina. Naaz
View all

You may also like these posts

हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
अर्चना मुकेश मेहता
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चले आना तुम
चले आना तुम
Jyoti Roshni
वही पर्याप्त है
वही पर्याप्त है
Satish Srijan
कठपुतली ( #नेपाली_कविता)
कठपुतली ( #नेपाली_कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
अश्रुऔ की धारा बह रही
अश्रुऔ की धारा बह रही
Harminder Kaur
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
गरीब की दिवाली।
गरीब की दिवाली।
Abhishek Soni
जवानी के दिन
जवानी के दिन
Sandeep Pande
Thanh Thiên Phú
Thanh Thiên Phú
Thanh Thiên Phú
सैनिक
सैनिक
Dr.Pratibha Prakash
दोहा सप्तक. . . . विविध
दोहा सप्तक. . . . विविध
sushil sarna
अब भी टाइम बचा बहुत है
अब भी टाइम बचा बहुत है
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
यादों के साये...
यादों के साये...
Manisha Wandhare
#धर्म
#धर्म
*प्रणय*
तमाशा
तमाशा
D.N. Jha
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
The News of Global Nation
शब्द और उम्र
शब्द और उम्र
Shekhar Deshmukh
आत्महत्या
आत्महत्या
आकांक्षा राय
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
बे खुदी में सवाल करते हो
बे खुदी में सवाल करते हो
SHAMA PARVEEN
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े  रखता है या
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े रखता है या
Utkarsh Dubey “Kokil”
मतदान
मतदान
Dr Archana Gupta
बेशक मां बाप हर ख़्वाहिश करते हैं
बेशक मां बाप हर ख़्वाहिश करते हैं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अगर तुम कहो
अगर तुम कहो
Akash Agam
और कितना मुझे ज़िंदगी
और कितना मुझे ज़िंदगी
Shweta Soni
*दिल्ली*
*दिल्ली*
Pallavi Mishra
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
Loading...