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4 Nov 2024 · 1 min read

वो चैन की नींद सो गए

वो चैन की नींद सो गए
और उनसे हम बातें करने को तरसते रहे..
कोई अपनी सपनो मे खो गया,
और किसी की आँखें बरसते रहे…

कहीं ऐसा ना हो की देर हो जाए,
हमारी आँखों के सामने सबकुछ अंधेर हो जाए
तुम रोकना तो चाहोगे बहुत हमें,
और यम के बस मे हमारा शरीर हो जाए

—– दिवाकर महतो—–

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