Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2024 · 1 min read

वो एक एहसास

वो एक एहसास , जिस का आभास
तेरे आने से पहले मिल जाता है,
और कारवां तेरी यादों को समेटे हुए
मेरा हमराही बन कर साथ निभाता है !!

प्यार के दो बोल सुनने को बेताब
रहता है, इस दिल का घरोंदा
हवा का एक झोका उस को याद
दिलवाने में कर देता है समझोता !!

मंजिलों को पार करते करते गुजर
जाती हैं न जाने कितनी दूरियां ,
तू पास न होकर भी पास का एहसास
दिलवाती हैं मुझे यह दूरिया !!

इक पल में जैसे सिमट जाती हैं
एहसास के इन लम्हों कि दूरियां ,
जब दो बोल तेरे मुखड़े से निकल
कर मेरे साथ , साथ मिटा देती हैं दूरिया !!

यह सच है, कि जिन्दगी कटती नहीं,
एहसास को छोड़ कर यह दूरिया,
सुखद , एहसास ,प्यार का समावेश
आकर मिला देती हैं यह दूरिया !!

कवि अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
1 Like · 88 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
भुला न पाऊँगी तुम्हें....!
भुला न पाऊँगी तुम्हें....!
शिवम "सहज"
आत्माभिव्यक्ति
आत्माभिव्यक्ति
Anamika Tiwari 'annpurna '
अतीत
अतीत
Shyam Sundar Subramanian
*माँ जगत जननी*
*माँ जगत जननी*
Vedkanti bhaskar
संवेदना (वृद्धावस्था)
संवेदना (वृद्धावस्था)
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
■ आज की बात
■ आज की बात
*प्रणय*
" रौशन "
Dr. Kishan tandon kranti
घायल मन पुकारता तुम्हें, परमात्मा, कैसे करूं तेरी आराधना, सज
घायल मन पुकारता तुम्हें, परमात्मा, कैसे करूं तेरी आराधना, सज
Dr.sima
मां सिद्धिदात्री
मां सिद्धिदात्री
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अच्छे   बल्लेबाज  हैं,  गेंदबाज   दमदार।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
गुमनाम 'बाबा'
दूर जाना था मुझसे तो करीब लाया क्यों
दूर जाना था मुझसे तो करीब लाया क्यों
कृष्णकांत गुर्जर
बिना चले गन्तव्य को,
बिना चले गन्तव्य को,
sushil sarna
आने वाला कल
आने वाला कल
Dr. Upasana Pandey
कही दूर नहीं हो ,
कही दूर नहीं हो ,
Buddha Prakash
आइये हम ये विचार करें
आइये हम ये विचार करें
Dr.Pratibha Prakash
अब ना होली रंगीन होती है...
अब ना होली रंगीन होती है...
Keshav kishor Kumar
महफ़िल में ये निगाहें
महफ़िल में ये निगाहें
gurudeenverma198
गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
Phool gufran
ज़िंदगी से गिला
ज़िंदगी से गिला
Dr fauzia Naseem shad
4430.*पूर्णिका*
4430.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा
मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा
singh kunwar sarvendra vikram
फागुन की अंगड़ाई
फागुन की अंगड़ाई
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मेरी शान तिरंगा है
मेरी शान तिरंगा है
Santosh kumar Miri
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
Kanchan Khanna
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
Rj Anand Prajapati
जब तक आप जीवित हैं, जीवित ही रहें, हमेशा खुश रहें
जब तक आप जीवित हैं, जीवित ही रहें, हमेशा खुश रहें
Sonam Puneet Dubey
मृत्युभोज
मृत्युभोज
अशोक कुमार ढोरिया
*नारी पर गलत नजर डाली, तो फिर रावण का नाश हुआ (राधेश्यामी छं
*नारी पर गलत नजर डाली, तो फिर रावण का नाश हुआ (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
Shweta Soni
Loading...