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12 Oct 2024 · 1 min read

“वो अकेली घड़ी”

“वो अकेली घड़ी”
रात के सन्नाटे में वो अकेली घड़ी हर सेकण्ड के बीतने की याद दिलाती है। पेण्डुलम की आवाज टिक-टिक करती है। और, प्रत्येक ध्वनि के साथ जीवन का एक सेकण्ड कम हो जाता है।

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