वेरियर एल्विन
आदिवासियों का अम्बेडकर एल्विन
जिसने कइयों काम किए,
आए तो थे ईसाई धर्मान्तरण कराने
पर वो विचार त्याग दिए।
बस्तर की जनजातीय व्यवस्था पर
छब्बीस किताबें लिखी,
लिखा एल्विन ने सिर्फ वही जो
सच्ची तस्वीर दिखी।
आदिवासी संस्कृति में रचे ऐसे कि
पूरा जीवन ही बदल गए,
आदिवासी बाला से शादी करके
सारी ईसाईयत भूल गए।
जहाँ-जहाँ पर जाते वेरियर एल्विन
ट्रांसलेटर लेकर चलते,
हल्बी गोण्डी और अंग्रेजी का जो
पूरा-पूरा ज्ञान रखते।
विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में
पद्म भूषण सम्मान मिला,
महात्मा गांधी और नेहरू जी का
उन्हें बराबर वरदान मिला।
जनजातीय कल्याण की योजना बनाने में
उनका ढेरों अवदान रहा,
एल्विन के शोध कार्यों का उसमें
महत्वपूर्ण योगदान रहा।
( मेरी सप्तम काव्य-कृति : ‘सतरंगी बस्तर’ से..)
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त
हरफनमौला साहित्य लेखक।