“विश्ववन्दनीय”
“विश्ववन्दनीय”
मनखे- मनखे म भेद मिटाये
सत के रद्दा म चल के दिखाये
सत के निशानी अधर लहराये
सतनाम सतनाम तैहाँ जपवाये।
विश्व वन्दनीय प्रातः स्मरणीय सन्त शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा को शत शत नमन्,,,, हे सतनाम..हे सतनाम.. हे सतनाम..
जय सतनाम…🎂💐💝🎂💐