Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2020 · 1 min read

विनोद सिल्ला की कुंडलियां

.~० $ # कुंडलियां # $ ०~.

भगवान था कलयुग का, करता था सतसंग|
भगतजनों की भीड़ थी, चढ़ा भगति का रंग||
चढ़ा भगति का रंग, चढ़ावा चौखा आए|
बाबा जी की मौज , महंगी भस्में खाए||
कह सिल्ला कविराय, उसका थोथा ज्ञान था|
अंधभगत थे लाख, जीनका वो भगवान था||

-विनोद सिल्ला©

2 Likes · 211 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
VINOD CHAUHAN
तुम्हारे अवारा कुत्ते
तुम्हारे अवारा कुत्ते
Maroof aalam
सुधर जाओ, द्रोणाचार्य
सुधर जाओ, द्रोणाचार्य
Shekhar Chandra Mitra
*** एक दौर....!!! ***
*** एक दौर....!!! ***
VEDANTA PATEL
"खूबसूरती"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रेष्ठ भावना
श्रेष्ठ भावना
Raju Gajbhiye
नयकी दुलहिन
नयकी दुलहिन
आनन्द मिश्र
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
(22) एक आंसू , एक हँसी !
(22) एक आंसू , एक हँसी !
Kishore Nigam
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
Gouri tiwari
कुंडलिनी छंद ( विश्व पुस्तक दिवस)
कुंडलिनी छंद ( विश्व पुस्तक दिवस)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
प्रीत की चादर
प्रीत की चादर
Dr.Pratibha Prakash
Kbhi kbhi lagta h ki log hmara fayda uthate hai.
Kbhi kbhi lagta h ki log hmara fayda uthate hai.
Sakshi Tripathi
दिल से रिश्ते
दिल से रिश्ते
Dr fauzia Naseem shad
जब भी दिल का
जब भी दिल का
Neelam Sharma
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
Shweta Soni
बिखरे खुद को, जब भी समेट कर रखा, खुद के ताबूत से हीं, खुद को गवां कर गए।
बिखरे खुद को, जब भी समेट कर रखा, खुद के ताबूत से हीं, खुद को गवां कर गए।
Manisha Manjari
किसी पर हक हो ना हो
किसी पर हक हो ना हो
shabina. Naaz
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
जननी
जननी
Mamta Rani
*कविवर रमेश कुमार जैन की ताजा कविता को सुनने का सुख*
*कविवर रमेश कुमार जैन की ताजा कविता को सुनने का सुख*
Ravi Prakash
सत्य का संधान
सत्य का संधान
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दिल के कोने में
दिल के कोने में
Surinder blackpen
भरोसा
भरोसा
Paras Nath Jha
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
कवि रमेशराज
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*कैसे  बताएँ  कैसे जताएँ*
*कैसे बताएँ कैसे जताएँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
23/173.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/173.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कितना और बदलूं खुद को
कितना और बदलूं खुद को
Er. Sanjay Shrivastava
Loading...