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12 Jun 2023 · 1 min read

विनती

विनती
********
दया भाव रखना अवध के दुलारे ।
सियाकंत रघुवीर श्री राम प्यारे ।।

लखनलाल सेवा करें नित तुम्हारी,
भरत पर बरसती कृपा नाथ भारी,
दया कीजिए हम खड़े नाथ द्वारे।
सियाकांत रघुवीर श्री राम प्यारे ।।

करें भक्ति हनुमत सरीखी प्रभो हम,
कभी भी हमारे नहीं नैन हों नम,
अभय दीजिए हैं शरण हम तुम्हारे।
सियाकांत रघुवीर श्री राम प्यारे ।।

जले नाम की ज्योति उर में तुम्हारी,
अभी मन अयोध्या तरसती हमारी,
सदा मन चकोरा तुम्हीं को पुकारे।
सियाकांत रघुवीर श्री राम प्यारे ।।
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
🥀🥀🥀

Language: Hindi
Tag: गीत
165 Views
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