कहीं पानी ने क़हर ढाया……
कहीं पानी ने क़हर ढाया……
कहीं गर्मी ने आग लगायी….
ये है कुदरत ……..खुदा की
इसके ऊपर किसी का बस
नहीं चलता भाई…………shabinaZ
कहीं पानी ने क़हर ढाया……
कहीं गर्मी ने आग लगायी….
ये है कुदरत ……..खुदा की
इसके ऊपर किसी का बस
नहीं चलता भाई…………shabinaZ