Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2024 · 1 min read

” नैना हुए रतनार “

विधा : गीत (गीता छंद)
मापनी : 2212 2212 2212 221

गीत

लज्जावनत रजनी चली , अब भोर है इस पार .
कैसे करे वह सामना , नैना हुए रतनार .

छाई हुई नभ पर उषा , आकाश है रक्ताभ .
दिनकर चढ़े रथ , जोश भर , ले रश्मियाँ स्वर्णाभ .
कलरव हुआ खग वृन्द का , स्वागत हुआ साभार .
लज्जावनत रजनी चली , अब भोर है इस पार .

खिलते हुए उपवन सभी , बिखरी हुई है गंध .
मिलना हुआ है वायु से , तो हो रहे अनुबंध .
है जागरण , न्यौते दिवस , कर प्रेरणा संचार .
लज्जावनत रजनी चली , अब भोर है इस पार .

जागी हुई लागे अवनि , हैं साधने जो लक्ष्य .
सम्मुख खड़े हैं नैन के , अभिराम से कुछ दृश्य .
जन जन चला नव खोज है , वह तय करे आधार .
लज्जावनत रजनी चली , अब भोर है इस पार .

बाजी लगी है कर्म की , उपलब्धियों की दौड़ .
राहें रही सबकी पृथक , फिर भी मची है हौड़ .
हैं लालसाएं फिर जगी , करने चले साकार .
लज्जावनत रजनी चली , अब भोर है इस पार .

स्वरचित / रचियता :
बृज व्यास
शाजापुर ( मध्य प्रदेश )

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 194 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बचपन में थे सवा शेर जो
बचपन में थे सवा शेर जो
VINOD CHAUHAN
Hajipur
Hajipur
Hajipur
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अध खिला कली तरुणाई  की गीत सुनाती है।
अध खिला कली तरुणाई की गीत सुनाती है।
Nanki Patre
तूफ़ानों से लड़करके, दो पंक्षी जग में रहते हैं।
तूफ़ानों से लड़करके, दो पंक्षी जग में रहते हैं।
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
*
*"घंटी"*
Shashi kala vyas
राममय दोहे
राममय दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
सफलता वही है जो निरंतर एवं गुणवत्तापूर्ण हो।
सफलता वही है जो निरंतर एवं गुणवत्तापूर्ण हो।
dks.lhp
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्यार ना होते हुए भी प्यार हो ही जाता हैं
प्यार ना होते हुए भी प्यार हो ही जाता हैं
Jitendra Chhonkar
😊नया नारा😊
😊नया नारा😊
*Author प्रणय प्रभात*
तेरी यादों के आईने को
तेरी यादों के आईने को
Atul "Krishn"
विषय - पर्यावरण
विषय - पर्यावरण
Neeraj Agarwal
मेरी माटी मेरा देश
मेरी माटी मेरा देश
नूरफातिमा खातून नूरी
4) “एक और मौक़ा”
4) “एक और मौक़ा”
Sapna Arora
हौसले से जग जीतता रहा
हौसले से जग जीतता रहा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
क्रोटन
क्रोटन
Madhavi Srivastava
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
2882.*पूर्णिका*
2882.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पिता के पदचिह्न (कविता)
पिता के पदचिह्न (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
दोस्ती...
दोस्ती...
Srishty Bansal
जिंदगी तुझको सलाम
जिंदगी तुझको सलाम
gurudeenverma198
ਤਰੀਕੇ ਹੋਰ ਵੀ ਨੇ
ਤਰੀਕੇ ਹੋਰ ਵੀ ਨੇ
Surinder blackpen
खामोश
खामोश
Kanchan Khanna
वीरबन्धु सरहस-जोधाई
वीरबन्धु सरहस-जोधाई
Dr. Kishan tandon kranti
# होड़
# होड़
Dheerja Sharma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जिन्दगी की धूप में शीतल सी छाव है मेरे बाऊजी
जिन्दगी की धूप में शीतल सी छाव है मेरे बाऊजी
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*प्रिया किस तर्क से*
*प्रिया किस तर्क से*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...