विचार
विचार
समय की महत्ता का एहसास हमेशा मंजिल प्राप्त होने के बाद ही होता है l जब तक मंजिल नसीब नहीं होती तब तक का समय ही भारी लगता है l
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”
विचार
समय की महत्ता का एहसास हमेशा मंजिल प्राप्त होने के बाद ही होता है l जब तक मंजिल नसीब नहीं होती तब तक का समय ही भारी लगता है l
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”