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29 Aug 2021 · 1 min read

वाह तेरी क्या शान है दुनियां

पत्थर का जिगर फूलो सा बदन वाह तेरी क्या शान है दुनियां
दहशत सोग तड़प भरी जलती हुई शमशान है दुनियां
किसका हाँथ पकड़ के चले किसपे भरोसा हम कर लें
दोस्ती वफा की बात न कर मतलब की इक दुकान है दुनियां
दर्द दबा सीने मे चल अश्क छुपा उठ आह न कर
आयेगा कौन हालात जानने बड़ी बेरहम बेजान है दुनियां
मुसाफिर को लुटते सबने देखा सरे राह आँखों के सामने
हमने देखा ये कौन कहे बेजुबान और अंजान है दुनियां
नाहक है खपा वसूल छोड़ तू भी रंग बदलना सीख ले गर
दौड़ के पलकों में लेगी कहते हैं बड़ी दयावान है दुनियां
M.Tiwari”Ayen”

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