Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
290 Followers
Follow
Report this post
16 Feb 2024 · 1 min read
“वसन्त”
“वसन्त”
कलियाँ मुस्कुराई
दिल में अगन लगाई,
देखो मेरे साथियाँ
अब वसन्त ऋतु आई.
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 137 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
गरीबों की दीपावली
Uttirna Dhar
24/254. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गिल्ट
आकांक्षा राय
शुभ दीपावली
Harsh Malviya
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
gurudeenverma198
वार्ता
Deepesh Dwivedi
दोहा -: कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
sp,,94बात कोई भी नहीं भूलता
Manoj Shrivastava
बुजुर्ग कहीं नहीं जाते ...( पितृ पक्ष अमावस्या विशेष )
ओनिका सेतिया 'अनु '
"साधक के गुण"
Yogendra Chaturwedi
मैं तो ईमान की तरह मरा हूं कई दफा ,
Manju sagar
"इश्क़ में वादा-खिलाफी आम बात है ll
पूर्वार्थ
तेरा मेरा.....एक मोह
Neeraj Agarwal
◆केवल बुद्धिजीवियों के लिए:-
*प्रणय*
अर्जक
Mahender Singh
মা মনসার গান
Arghyadeep Chakraborty
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
ना जाने कब किस मोड़ पे क्या होगा,
Ajit Kumar "Karn"
कविता
Nmita Sharma
लहरों पर चलता जीवन
मनोज कर्ण
प्रेम
Rambali Mishra
“MY YOGA TEACHER- 1957” (REMINISCENCES) {PARMANPUR DARSHAN }
DrLakshman Jha Parimal
जख्म भी अब मुस्कुराने लगे हैं
डॉ. एकान्त नेगी
समुद्रर से गेहरी लहरे मन में उटी हैं साहब
Sampada
बदलाव जरूरी है
Padmaja Raghav Science
मेरी अंतरआत्मा थक गई
MUSKAAN YADAV
*पंचचामर छंद*
नवल किशोर सिंह
दिखाकर स्वप्न सुन्दर एक पल में तोड़ जाते हो
Dr Archana Gupta
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दुःख से
Shweta Soni
Loading...