वसंत…
वसंत…
नव वसंत लाया नव शिक्षा का मंत्र,
वीणा वादिनी लेकर आई शिक्षा का मंत्र।
आशीष दो हमें,
हम चरणों में शीश झुकाते हैं।
दिल में मेरे अनुग्रह भर दो,
हम हृदय से अनुग्रह करते हैं।
ज्ञान का दीप प्रकाश करो,
हम हृदय से वंदन करते है।
आशीष दो कंठ को मेरे,
हम हृदय से वंदन करते हैं!
कला-साहित्य मुझमें भर दो,
हम हृदय से वंदन करते हैं।
जिज्ञासा-रचनात्मकता मेरे अंदर भर दो,
हम हृदय से वंदन करते है।
©✍️ शशि धर कुमार