वर्षा रानी आ घर तु इस बार
धरती मैया करें पुकार,
वर्षा रानी आ घर तु इस बार,
हा हा कार करें सब कोई,
प्राणी सारे है परेशान,
देगा नहीं कोई ताना तुझे,
आ जा एक बार मुख दिखला जा,
सतरंगी सहेलियों के संग आ जा,
बादलों के संग में आ जा,
पर, घर तो आ जा एक बार।
धरती मैया करें पुकार,
रिमझिम रिमझिम वर्षा आ जा
मोर नाचने को बेताब,
पिपिहा देख रहा तेरी राह,
खेत तरसें हरियाली को,
देख इतना न सता।
अब छोड़ यह रुठना मनाना
वर्षा रानी अब तो आ जा।