वर्तमान के युवा और युवतियां महज शारीरिक आकर्षण का शिकार हो र
वर्तमान के युवा और युवतियां महज शारीरिक आकर्षण का शिकार हो रहे हैं ये सदी का वो दौर है जब कम उम्र से ही लड़के और लड़कियां शारीरिक संबंध की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
उनकी शिक्षा दीक्षा और वर्तमान में मोबाइल की सहभागिता भारतीय संस्कृति पर कुठाराघात प्रहार करके उसे ध्वस्त करने पर तुली हुई है।
जितना नंगा उतना अच्छा फैशन जितना धन उतना अच्छा पैशन।
RJ Anand Prajapati