वतन
ए वतन जिंदगी जान तू
वतन परिवरिश पहचान तू
कर्म धर्म ईमान तू
तेरी चाह राह का कदम कदम।।
ए वतन तू ही वज्म वजूद
सांसे धड़कन प्यार
वतन तू ही खुशिया चमन बाहर।।
ए वतन तेरी खुशबू संग साथ
दुनिया में पहचान आसमान में लहराते तिरंगे काअभिमान।।
ए वतन की खुशबू संस्कृति
सांस्कार वंदे मातरम माँ भारती का
अर्थ आराधना मान।।
सीने में वतन की खुशबू
जज्बे की ज्वाला सांसों
धड़कन की गर्मी प्राण।।
ए वतन तुझको दिया ये वचन है
सर तेरा झुकने कभी हम ना देंगे।।
मेरे साँसों में तेरे ही हद की गर्मी
मेरे लहू में तेरी ही मिट्टी की जोश
जवानी,मेरी धड़कनों में तेरे ही
कर्ज़ फ़र्ज़ की दीवानगी
ए वतन तू ही जिंदगी करम।।
तेरी सरहदों पे गिरता और संभलता
दिन रात तेरे लिये ही जीता
और मरता।
ए वतन तू ही जीगर जान
दम ।।
माँ ने दिया है तुझको कसम
पीछे ना हटना निकले चाहे दम
माँ का ही आँचल तिरंगा है प्यारा
हर बचपन जवानी को तिरंगे ने
पाला तिरंगे का अभिमान मंजिल
करम ।।
मेरे सीने में तेरे ही जज्बे की ज्वाला
मेरे हाथों में तेरे ही किस्मत की लकीरें
तुझे भारत कहूं या हिंदुस्तान
ए वतन तुझको नमन प्रणाम।।