Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jan 2024 · 1 min read

वक्त

लगता है चलते-चलते वक्त कुछ पीछे छूट गया ,
कुछ ऐसे गुजरा की कुछ पता ही नहीं चला ,

हम कहां थे ? कहां से कहां आ गए ?
हम क्या थे ? क्या से क्या हो गए !

कुछ अपनी किस्मत, कुछ अपनी फितरत,
कुछ अपनी मर्ज़ी, कुछ ख़ुदगर्ज़ी,
कुछ अपनी अना, कुछ अपनी वफ़ा से
कुछ मा’ज़ूर , कुछ मजबूर ,
हम क्या से क्या बनकर रह गए !

ख्वाहिशें तो कुछ थीं आसमाँ छूने की ,
ख्वाबों को हक़ीक़त में बदलने की ,

पर वक्त रहते वक्त की कीमत ना पहचान पाए !
भटकते रहे सराबों में हक़ीक़त ना जान पाए !

अब कहते हैं वक्त की गर्दिश ने हमें मार दिया !
जबकि जाने- अनजाने हमनें वक्त को मार दिया।

1 Like · 129 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
हैप्पी न्यू ईयर 2024
हैप्पी न्यू ईयर 2024
Shivkumar Bilagrami
*हल्दी (बाल कविता)*
*हल्दी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*सर्दी की धूप*
*सर्दी की धूप*
Dr. Priya Gupta
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
ruby kumari
4613.*पूर्णिका*
4613.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हाशिए पर ज़िंदगी
हाशिए पर ज़िंदगी
Dr. Rajeev Jain
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Mishra " नीर "
लम्हें यादों के.....
लम्हें यादों के.....
कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप"
आप इतना
आप इतना
Dr fauzia Naseem shad
|| सेक्युलर ||
|| सेक्युलर ||
जय लगन कुमार हैप्पी
*आशाओं के दीप*
*आशाओं के दीप*
Harminder Kaur
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
Sonam Puneet Dubey
किसी की सेवा...
किसी की सेवा...
ओंकार मिश्र
कोशिश है खुद से बेहतर बनने की
कोशिश है खुद से बेहतर बनने की
Ansh Srivastava
बार -बार दिल हुस्न की ,
बार -बार दिल हुस्न की ,
sushil sarna
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तेरे आने कें बाद से बदल गए है,
तेरे आने कें बाद से बदल गए है,
Vaishaligoel
तुम आ जाओ एक बार.....
तुम आ जाओ एक बार.....
पूर्वार्थ
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
Shweta Soni
" जमीर "
Dr. Kishan tandon kranti
***आकाश नीला है***
***आकाश नीला है***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मंजिलें
मंजिलें
Santosh Shrivastava
जो है दिल में वो बताया तो करो।
जो है दिल में वो बताया तो करो।
सत्य कुमार प्रेमी
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
Rj Anand Prajapati
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
parvez khan
लोग कहते है तुम मोहब्बत में हारे हुवे , वो लोग हो !
लोग कहते है तुम मोहब्बत में हारे हुवे , वो लोग हो !
Surya Barman
दिल के फ़साने -ग़ज़ल
दिल के फ़साने -ग़ज़ल
Dr Mukesh 'Aseemit'
#सामयिक_विमर्श
#सामयिक_विमर्श
*प्रणय*
Loading...