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5 Aug 2024 · 1 min read

“वक्त-वक्त की बात”

“वक्त-वक्त की बात”
चढ़ते सूरज के पुजारी तो हजारों हैं,
डूबते वक्त सूरज को भी तन्हा देखा है।

2 Likes · 2 Comments · 66 Views
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