वक्त यदि गुजर जाए तो 🧭
वक्त यदि गुजर जाए तो
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आशा उम्मीद मत खो देना
आगे बढ़ने से मत रुकना
अलसा थकता मत जाना
नव उमंग उत्साह से चल बढ़ना
वक्त बीत जाए तो सत्यनिष्ठा
निज कर्म करते चलते जाना
वक्त पल पल बदलता जाए
मौका सबको समान दे जाए
वक्त गुजर जाए तो मत रुकना
वक्त दुख देता सुख वही देता
वक्त गुजर जाए पर घबरा मत
निडर हो सामने से चलते चल
वक्त वन को पतझड़ में बदलता
क्षण में ही हरियाली भर देता
निराश कभी नहीं होता नव
पल्लव का इंतजार करता जाए
दुख की घड़ी में भी खड़ा रहता
वक्त गुजर जाए तो आस पास
अपने पराये मत भूल जाना
चेहरे को चिंता मनी रेखा से
मलीनता से मुरझा मत देता
हिम्मत कर्म धैर्यवान बन जाना
वक्त गुजर जाए तो अंधेरे की
ओढ़नी से सपने मत ढक लेना
निस्तब्धता को मत आने देना
निज कर्मो से जग रोशन करना
वक्त बनने संवारे का मौका देता
पाने खोने का नव अवसर देता
वक्त गुजर जाए तो मांग इनकी
समझ आगे बढ़ता चले जाना
थक थकान आलस्य मत लाना
आगे ही आग बढ़ते जाना
छीपे मुड़ कभी मत देखना
वक्त उठाता गिराता चलता
ये कभी नहीं गिरता उठता
अथक अपलक चलता जाए
ये हराता जीताता सबको
वक्त गुजर जाए तो हार का
हाथ पकड़ आगे बढ़ता जाना
समझो जीत प्रतीक्षा का
विजयी पुष्पगुच्छ बना रहा होता
रंगीली माला गूंथ रहा होता
वक्त गुजर जाए तो यही करना
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तारकेश्वर प्रसाद तरण