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5 Apr 2023 · 1 min read

वक्त कब लगता है

वक्त लगता है कब बेवफा होने को।
देर लगती नही अब दूसरा होने को।

हमसफर झट से बदल जाते है अब
रूकता नही कोई भी फना होने को।

झट से भूल जाते है नगमे वफा के
चलते है फिर नई सी सदा होने को।

जिन बहारो पे नाज करते है हम
छोड़ जाती है वही खिजां होने को।

कुछ देर और साथ दे जा ऐ हमसफर
वक्त कम ही लगता है जुदा होने को।

Surinder kaur

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