वंशवादी जहर फैला है हवा में
वंशवादी जहर फैला है हवा में
भेद की रोटी पड़ी है हर तवा में
साम का तो नाम ही अब मिट गया है
दाम द्वारा दण्ड से होती दवा में ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
वंशवादी जहर फैला है हवा में
भेद की रोटी पड़ी है हर तवा में
साम का तो नाम ही अब मिट गया है
दाम द्वारा दण्ड से होती दवा में ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी