Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2024 · 1 min read

“लौ दीये की”

“लौ दीये की”

लौ दीये की है साँसों को रौशन किए,
दिल अकेला है मगर जमाना साथ है।

2 Likes · 2 Comments · 19 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
4632.*पूर्णिका*
4632.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क़िस्मत से जो मिले, वो नियामत है दोस्ती,
क़िस्मत से जो मिले, वो नियामत है दोस्ती,
Neelofar Khan
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
Piyush Goel
3 *शख्सियत*
3 *शख्सियत*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
आपके स्वभाव की सहजता
आपके स्वभाव की सहजता
Dr fauzia Naseem shad
🙅एक सवाल🙅
🙅एक सवाल🙅
*प्रणय*
ऋण चुकाना है बलिदानों का
ऋण चुकाना है बलिदानों का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
ललकार भारद्वाज
पिछले पन्ने 4
पिछले पन्ने 4
Paras Nath Jha
मैं लोगों की तरह चांद तारे तोड़ कर तो नही ला सकता लेकिन तुम
मैं लोगों की तरह चांद तारे तोड़ कर तो नही ला सकता लेकिन तुम
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*आँसू मिलते निशानी हैं*
*आँसू मिलते निशानी हैं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नरसिंह अवतार
नरसिंह अवतार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*दिनचर्या*
*दिनचर्या*
Santosh Soni
दोहा - शीत
दोहा - शीत
sushil sarna
रमेशराज के कहमुकरी संरचना में चार मुक्तक
रमेशराज के कहमुकरी संरचना में चार मुक्तक
कवि रमेशराज
जवानी के दिन
जवानी के दिन
Sandeep Pande
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
Ranjeet kumar patre
"ओ मेरे मांझी"
Dr. Kishan tandon kranti
*दीपक सा मन* ( 22 of 25 )
*दीपक सा मन* ( 22 of 25 )
Kshma Urmila
और तो क्या ?
और तो क्या ?
gurudeenverma198
Destiny's epic style.
Destiny's epic style.
Manisha Manjari
अधूरी कहानी (कविता)
अधूरी कहानी (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कुछ बातें बस बाते होती है
कुछ बातें बस बाते होती है
पूर्वार्थ
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Kavita Chouhan
दोहावली
दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
*शिव जी को पूज रहे हैं जन, शिव महायोग के हैं ज्ञाता (राधेश्य
*शिव जी को पूज रहे हैं जन, शिव महायोग के हैं ज्ञाता (राधेश्य
Ravi Prakash
जो गुजर रही हैं दिल पर मेरे उसे जुबान पर ला कर क्या करू
जो गुजर रही हैं दिल पर मेरे उसे जुबान पर ला कर क्या करू
Rituraj shivem verma
चलो दो हाथ एक कर ले
चलो दो हाथ एक कर ले
Sûrëkhâ
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
Loading...