लो ज़िन्दगी तुमहारे नाम करते है।
लो ज़िन्दगी तुम्हारें नाम करते है।
अब तुमसे मोहब्बत सुबह ओ शाम करते है।।1।।
बड़े सुकूँन से अभी तक सोते थे।
अब तेरी ख़ातिर रातों में नींदें हराम करते है।।1।।
देखों अब कोई काम ना करते है।
इश्क में ऐसे खराब ज़िन्दगी तमाम करते है।।3।।
दुनियां में हर कोई बे-ईमान ना है।
अच्छे इंसा हमेशा ही दिलों में ईमान रखते है।।4।।
उनको लगता है खरीद लेंगे इश्क।
अब के लोग मोहब्बत को सामान समझते है।।5।।
कैसे लोग अस्मत को लूट लेते है।
ऐसे काम तो ज़िंदगी में केवल हैवान करते है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ