कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
जब जब आन पड़ी धरती पर, तब तब हमने लहराया हैंl
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा, देश का मान बढाया हैं ll
अंग्रेजो से जंग लड़ी थी, एक नहीं कई बार लड़ी l
कभी हिरदेशाह कभी अवंती, बनकर हैं कई बार लड़ी ll
महाकौशल में हिरदेशाह ने, जब कोहराम मचाया था l
फतेहपुर में दरियाव बनकर, अंग्रेजों को भगाया था ll
रानी खूब रामगढ़ वाली, वीर अवंतीबाई थी l
जग में नाम किया था रोशन, लोधी वंश कहाई थी ll
लोधी राजपूत का वंशज, गुलाब सिंह कहलाया था l
पहली बार तिरंगा झंडा, लखनऊ में फहराया था ll
बड़े बडों की बात छोड़ दो, छोटों ने भी वार किये l
छ: लोधी सबलपुर के, एक साथ बलिदान हुए ll
गाथा कितनी तुम्हें सुनाऊं, अपने वंश महान की l
श्याम सिंह की चले लेखनी, तेजपुरिया अभिमान की ll
जब जब आन पड़ी धरती पर, तब तब हमने लहराया हैंl
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा, देश का मान बढाया हैं ll
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लोधी श्याम सिंह तेजपुरिया
सर्वाधिकार सुरक्षित
24/10/2023
(प्रयाग राज इलाहाबाद सांई लाज )