ले बुद्धों से ज्ञान
तू ले बुद्धों से ज्ञान
रे पगले
तू ले सिद्धों से ज्ञान
अपनों को पहचान
रे पगले
अपने को पहचान…
(१)
दुनिया है जब रैन बसेरा
ना कुछ तेरा ना कुछ मेरा
फिर कैसा अभिमान
रे पगले
फिर काहे अभिमान…
(२)
सब कुछ जलकर राख होगा
ख़ाक में मिलकर ख़ाक होगा
देख अपना अंज़ाम
रे पगले
सोच अपना अंज़ाम…
(२)
यह कारवां छूटने से पहले
जाग दिया बूझने से पहले
सुन समय का आह्वान
रे पगले
गुन समय का आह्वान…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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