Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

लेखक कि चाहत

मेरी चाहत काल मानवता के
आदर्शो का नायक हो।।
मेरे भावो की अभिव्यक्ति सच्चाई
दर्पण हो।।
कलम चले हमारी अन्याय अत्याचारों
पर नैतिकता के विजय तेज धार
तलवार हो।।
सृजन करूँ ऐसा युग आदर्श
अवधारणा जैसा लिख दूँ
इतिहास कलम से वर्त्तमान का
प्रेरक हो।।
जन जन के हृदय भाव मे स्थान
हो मेरा ना रहने पर भी
शब्द स्वर कलम अक्षय अक्षुण
हो अभिमान हो मेरा।।
निःस्वार्थ रहूँ ,निरपेक्ष रहूँ ,सत्य याथार्त
रहूं विचलित ना हो मार्ग हमारा सार साहित्य का मान रहूं।।
काव्य कविता और कहानी मेरे
मानव मानवता के मूल्यो के मेरी
इच्छा चाहे देनी हो कितनी परीक्षा
न्याय नैतिकता का नीति नियत
काल रहूं।।
तुलसी ,सुर ,कबीर ,कालिदास व्यास
नागार्जुन परसाई हरिवंश राय सा बच्चन मधुशाला का गान रहूं।।
मेरे अन्तर्मन की ज्वाला के आँगर
कलम से निकले दृष्ट दमन का काल
बने सत्य अहिंशा की मौलिकता का
मर्यादाओं का मान रहूं।।
कलम हमारी काल जयी का
आविष्कार लिखे युग की आकांक्षा
का भविष्य वर्तमान लिखे।।
मेरे मन के भाँवो से किरणों का
सांचार निकले परिवर्तित हो साहित्य
सार का सार आभार मिले।।
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
View all
You may also like:
हिन्दी दोहा
हिन्दी दोहा "प्रहार"
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
साथ था
साथ था
SHAMA PARVEEN
"ओ मेरे मांझी"
Dr. Kishan tandon kranti
पाप का जब भरता है घड़ा
पाप का जब भरता है घड़ा
Paras Nath Jha
माँ सरस्वती-वंदना
माँ सरस्वती-वंदना
Kanchan Khanna
पैसा होय न जेब में,
पैसा होय न जेब में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उम्र के हर एक पड़ाव की तस्वीर क़ैद कर लेना
उम्र के हर एक पड़ाव की तस्वीर क़ैद कर लेना
'अशांत' शेखर
इतना बेबस हो गया हूं मैं
इतना बेबस हो गया हूं मैं
Keshav kishor Kumar
3235.*पूर्णिका*
3235.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*सर्दी (बाल कविता)*
*सर्दी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
Pramila sultan
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
VINOD CHAUHAN
कौन कहता है ज़ज्बात के रंग होते नहीं
कौन कहता है ज़ज्बात के रंग होते नहीं
Shweta Soni
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
कवि दीपक बवेजा
भाग्य
भाग्य
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
लम्हा-लम्हा
लम्हा-लम्हा
Surinder blackpen
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
मैं तुझे खुदा कर दूं।
मैं तुझे खुदा कर दूं।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अच्छा स्वस्थ स्वच्छ विचार ही आपको आत्मनिर्भर बनाते है।
अच्छा स्वस्थ स्वच्छ विचार ही आपको आत्मनिर्भर बनाते है।
Rj Anand Prajapati
चलो, इतना तो पता चला कि
चलो, इतना तो पता चला कि "देशी कुबेर काला धन बांटते हैं। वो भ
*प्रणय प्रभात*
हिंदी का आनंद लीजिए __
हिंदी का आनंद लीजिए __
Manu Vashistha
🚩एकांत महान
🚩एकांत महान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे
ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे
Meenakshi Masoom
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
Dr fauzia Naseem shad
दोहा
दोहा
sushil sarna
हम दोनों  यूं  धूप  में  निकले ही थे,
हम दोनों यूं धूप में निकले ही थे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
पं अंजू पांडेय अश्रु
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
Dr Archana Gupta
नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता।
नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
" सर्कस सदाबहार "
Dr Meenu Poonia
Loading...