Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Apr 2024 · 1 min read

लेकर सांस उधार

मरी हुई संवेदना, साधे शर उर पार।
भाव बेचारे सिसकें, लेकर सांस उधार।।

3 Likes · 137 Views

You may also like these posts

जब दादा जी घर आते थे
जब दादा जी घर आते थे
VINOD CHAUHAN
ପରିଚୟ ଦାତା
ପରିଚୟ ଦାତା
Bidyadhar Mantry
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
Ranjeet kumar patre
आओ आशा दीप जलाएं
आओ आशा दीप जलाएं
श्रीकृष्ण शुक्ल
" कृष्ण-कमल  की महिमा "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वहम और अहम में रहना दोनो ही किसी व्यक्ति के लिए घातक होता है
वहम और अहम में रहना दोनो ही किसी व्यक्ति के लिए घातक होता है
Rj Anand Prajapati
जिंदगी और मौत (गजल )
जिंदगी और मौत (गजल )
ओनिका सेतिया 'अनु '
गीत- मेरी जानाँ तेरा जाना...
गीत- मेरी जानाँ तेरा जाना...
आर.एस. 'प्रीतम'
संवेदना क्या है?
संवेदना क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हीरा
हीरा
Poonam Sharma
माॅं
माॅं
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
"वैसा ही है"
Dr. Kishan tandon kranti
बड़ी दूर तक याद आते हैं,
बड़ी दूर तक याद आते हैं,
शेखर सिंह
पाँव की पायल
पाँव की पायल
singh kunwar sarvendra vikram
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
- नायाब इश्क -
- नायाब इश्क -
bharat gehlot
"इश्क़ में वादा-खिलाफी आम बात है ll
पूर्वार्थ
स्वर्गस्थ रूह सपनें में कहती
स्वर्गस्थ रूह सपनें में कहती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मतदान करो और देश गढ़ों!
मतदान करो और देश गढ़ों!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
जब किनारे दिखाई देते हैं !
जब किनारे दिखाई देते हैं !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
बड़ी बात है ....!!
बड़ी बात है ....!!
हरवंश हृदय
*णमोकार मंत्र (बाल कविता)*
*णमोकार मंत्र (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जो सबका हों जाए, वह हम नहीं
जो सबका हों जाए, वह हम नहीं
Chandra Kanta Shaw
बचपन
बचपन
PRATIK JANGID
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
Ashwini sharma
पुस्तक समीक्षा - गीत सागर
पुस्तक समीक्षा - गीत सागर
Sudhir srivastava
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
Loading...