Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

लुटेरा ख्वाब

जब बंधे हम तुम बंधन में ,तुमने एक खवाब दिखाया था।
बोले थोड़ा पढ़ लिख लो तुम तुमने यह स्वप्न सजाया था । फिर जॉब लगी सरकारी ,जॉइनिंग में ट्राइबल विभाग पाया था ।
जब सर्च किया गूगल पे ,तो यह घर से 600 किलोमीटर दूर पाया था।
दोनों थे अनजान, यह क्या हो गया, देखो हमारे जीवन में कैसा मोड़ आया था।
छीन लिया साथ तेरा मेरा,
हाय यह ख्वाब कैसा लुटेरा बन केआया था।

Language: Hindi
34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
Ajay Shekhavat
राजभवनों में बने
राजभवनों में बने
Shivkumar Bilagrami
फिर  किसे  के  हिज्र  में खुदकुशी कर ले ।
फिर किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले ।
himanshu mittra
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
Neelam Sharma
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
Anand Kumar
ईश्वर की आँखों में
ईश्वर की आँखों में
Dr. Kishan tandon kranti
जितने धैर्यता, सहनशीलता और दृढ़ता के साथ संकल्पित संघ के स्व
जितने धैर्यता, सहनशीलता और दृढ़ता के साथ संकल्पित संघ के स्व
जय लगन कुमार हैप्पी
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
😊■रोज़गार■😊
😊■रोज़गार■😊
*प्रणय प्रभात*
2755. *पूर्णिका*
2755. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विश्व जनसंख्या दिवस
विश्व जनसंख्या दिवस
Paras Nath Jha
जब रंग हजारों फैले थे,उसके कपड़े मटमैले थे।
जब रंग हजारों फैले थे,उसके कपड़े मटमैले थे।
पूर्वार्थ
बचपन
बचपन
नूरफातिमा खातून नूरी
गहरा है रिश्ता
गहरा है रिश्ता
Surinder blackpen
"साहित्यकार और पत्रकार दोनों समाज का आइना होते है हर परिस्थि
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
King of the 90s - Television
King of the 90s - Television
Bindesh kumar jha
*** आशा ही वो जहाज है....!!! ***
*** आशा ही वो जहाज है....!!! ***
VEDANTA PATEL
*रामपुर में विवाह के अवसर पर सेहरा गीतों की परंपरा*
*रामपुर में विवाह के अवसर पर सेहरा गीतों की परंपरा*
Ravi Prakash
गर गुलों की गुल गई
गर गुलों की गुल गई
Mahesh Tiwari 'Ayan'
पर्यायवरण (दोहा छन्द)
पर्यायवरण (दोहा छन्द)
नाथ सोनांचली
(23) कुछ नीति वचन
(23) कुछ नीति वचन
Kishore Nigam
दोहा त्रयी. . . शंका
दोहा त्रयी. . . शंका
sushil sarna
अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
Meenakshi Masoom
पहली बारिश
पहली बारिश
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*मुश्किल है इश्क़ का सफर*
*मुश्किल है इश्क़ का सफर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
नए साल की नई सुबह पर,
नए साल की नई सुबह पर,
Anamika Singh
मुक्ममल हो नहीं पाईं
मुक्ममल हो नहीं पाईं
Dr fauzia Naseem shad
देशभक्त मातृभक्त पितृभक्त गुरुभक्त चरित्रवान विद्वान बुद्धिम
देशभक्त मातृभक्त पितृभक्त गुरुभक्त चरित्रवान विद्वान बुद्धिम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...