Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

लिखूँगा तुम्हें..

मैं लिखूंगा तुम्हें
और बेहिसाब लिखूंगा
महज चंद अशआर नहीं
पूरा एक दीवान लिखूंगा
तुम जो ये सोचती हो
कि भूल जाऊंगा मैं
महज एक वहम है तुम्हारा
बेहद चाहा है तुम्हें
ये भी ग़लत तो नहीं
पर इश्क के नाम पर मिले
हर दर्द का हिसाब लिखूंगा मैं!!!!

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
1 Like · 58 Views

You may also like these posts

बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
जमाने से विद लेकर....
जमाने से विद लेकर....
Neeraj Mishra " नीर "
*
*"देश की आत्मा है हिंदी"*
Shashi kala vyas
If you have someone who genuinely cares about you, respects
If you have someone who genuinely cares about you, respects
पूर्वार्थ
बसंत आने पर क्या
बसंत आने पर क्या
Surinder blackpen
मेरी जो बात उस पर बड़ी नागवार गुज़री होगी,
मेरी जो बात उस पर बड़ी नागवार गुज़री होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्रोध
क्रोध
Durgesh Bhatt
अपने 'रब' को भी खुद में पा लेते
अपने 'रब' को भी खुद में पा लेते
Dr fauzia Naseem shad
क्या लिखूँ....???
क्या लिखूँ....???
Kanchan Khanna
लगातार अथक परिश्रम एवं अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण से
लगातार अथक परिश्रम एवं अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण से
Rj Anand Prajapati
उसकी कहानी
उसकी कहानी
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
कुर्बानी!
कुर्बानी!
Prabhudayal Raniwal
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
Chunnu Lal Gupta
अब भी कहता हूँ
अब भी कहता हूँ
Dr. Kishan tandon kranti
कैसा भी मौसम रहे,
कैसा भी मौसम रहे,
*प्रणय*
2565.पूर्णिका
2565.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तू ना मिली तो हमने
तू ना मिली तो हमने
VINOD CHAUHAN
मुकद्दर से ज्यादा
मुकद्दर से ज्यादा
rajesh Purohit
एक शख्स
एक शख्स
Pratibha Pandey
चल अंदर
चल अंदर
Satish Srijan
- कुछ खट्टे कुछ मीठे रिश्ते -
- कुछ खट्टे कुछ मीठे रिश्ते -
bharat gehlot
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
अशोक कुमार ढोरिया
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
Sahil Ahmad
बह्र- 1222 1222 1222 1222 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन काफ़िया - सारा रदीफ़ - है
बह्र- 1222 1222 1222 1222 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन काफ़िया - सारा रदीफ़ - है
Neelam Sharma
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
शायद बदल जाए
शायद बदल जाए
डॉ. शिव लहरी
भाईचारा
भाईचारा
Mukta Rashmi
संविधान बचाना है
संविधान बचाना है
Ghanshyam Poddar
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
gurudeenverma198
Loading...