Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2020 · 2 min read

लापरवाही

******************** ( लापरवाही )*******************
***************************************************
सायरन बजाती हुई एम्बूलैंस के ब्रेक चरमराने के साथ ही एम्बूलैंस घर के सामने रूकी रुकते ही डाक्टर और नर्सों की टीम तेजी से उतरी और अंदर आ कर पुछा ।किनको है तकलीफ सब ने भइया की ओर इशारा कर दिया ।काफी देर से इन्हें खांसी हो रही है नाक भी बह रही है और फिर बुखार भी तेज लग रहा है डाक्टर साहब….
डाक्टर तुरंत चेक अप करने लगे और कहा घबराने की कोई बात नहीं है मौसम बदलने के कारण इन्फेक्शन है ये दवाएं आप मरीज को टाइम से देते रहे दो तीन दिन में ठीक हो जाएंगे कोरोना का कोई लक्षण नहीं लग रहा है फिर भी सावधानी जरूरी है अभी कतई बाहर ना जाएं घर पर ही रहें ।जी डाक्टर साहब‌ भैया ने कहा। और वे चले गए ।
सबकी जान में जान आई पापा भी भईया पर बरस पड़े। क्या जरुरत थी लाक डाउन में बाहर‌ निकलने की ….. बार बार टी वी पर बताया जा रहा है फिर भी लापरवाही की हद होती है पापा कहते रहे और भईया सर झूका कर सुनते रहे । शायद उन्हें अपनी गलती का एहसास हो रहा था कल रात में ही पी एम बताए थे की पुरे देश में रात से ही लाक डाउन शुरू हो जाएगा आप लोग 21 दिनो तक घर से बाहर ना‌ निकलें । और शाम होते होते पान मसाला खत्म हो गया और किसी भी चेतावनी की परवाह न करते हुए बाहर निकल गए।
बाहर से आने के कुछ ही देर बाद तबियत बिगड़ी और घबरा गए ……जरा सी बेवकुफी की वजह से सभी परेशान हो गए शुकर है भगवान का रिपोर्ट नेगेटिव आई और सबने चैन की सांस ली। भइया ने गलती कर तो दी
पर अब पछता भी साफ नजर आ रहा था भीगे गले से बोले अब लाक डाउन तक 21रोज तक बिल्कुल बाहर नहीं जाउंगा ,चाहे जो भी हो जाए ।
पछतावे की जगह दृढ़ निश्चय की चमक आंखों में नज़र आने लगी ।दृढ़ निश्चय ने उनकी घबराहट को काफी कम कर दिया था ।
**************************************************
© गौतम जैन ®

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 493 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छिपे दुश्मन
छिपे दुश्मन
Dr. Rajeev Jain
माँ
माँ
Anju
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
DrLakshman Jha Parimal
गलत विचार और गलत काम पर कितने भी दिग्गज लोग काम करें असफल ही
गलत विचार और गलत काम पर कितने भी दिग्गज लोग काम करें असफल ही
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
मेरी हास्य कविताएं अरविंद भारद्वाज
मेरी हास्य कविताएं अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
शबाब देखिये महफ़िल में भी अफताब लगते ।
शबाब देखिये महफ़िल में भी अफताब लगते ।
Phool gufran
मासूमियत की हत्या से आहत
मासूमियत की हत्या से आहत
Sanjay ' शून्य'
*दहेज: छह दोहे*
*दहेज: छह दोहे*
Ravi Prakash
"बेमानी"
Dr. Kishan tandon kranti
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शिक्षा दान
शिक्षा दान
Paras Nath Jha
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मेरे पांच रोला छंद
मेरे पांच रोला छंद
Sushila joshi
अन्तर मन में उबल रही  है, हर गली गली की ज्वाला ,
अन्तर मन में उबल रही है, हर गली गली की ज्वाला ,
Neelofar Khan
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
बाल कविता: हाथी की दावत
बाल कविता: हाथी की दावत
Rajesh Kumar Arjun
तितली संग बंधा मन का डोर
तितली संग बंधा मन का डोर
goutam shaw
सीख (नील पदम् के दोहे)
सीख (नील पदम् के दोहे)
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
नशा
नशा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
ఓ యువత మేలుకో..
ఓ యువత మేలుకో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कीमत बढ़ानी है
कीमत बढ़ानी है
Roopali Sharma
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Sakshi Tripathi
दिल में हिन्दुस्तान रखना आता है
दिल में हिन्दुस्तान रखना आता है
नूरफातिमा खातून नूरी
हवा के साथ उड़ने वाले
हवा के साथ उड़ने वाले
*प्रणय प्रभात*
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैं तो महज एक माँ हूँ
मैं तो महज एक माँ हूँ
VINOD CHAUHAN
Loading...