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13 Apr 2022 · 1 min read

लवंगलता सवैया

🙏
!! श्रीं !!
सुप्रभात !
जय श्री राधेकृष्ण !
शुभ हो आज का दिन !
🦚
लवंगलता सवैया
(8 जगण + लघु)
*************
जहाँ प्रगटे हरि धाम वहीं अति पावन है जल, भूमि, हवा, रज ।
यहाँ हरि आय बने घन श्याम बना यह पावन धाम बड़ा ब्रज ।।
यहीं जनमी वृषभानु लली जिनकी छवि मूरख जावत है तज ।
हमें यह धाम मिला सुखदायक ‘ज्योति’ सदा मन माधव को भज ।।
*
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🌱🌱🌱

Language: Hindi
173 Views
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